गुदगुदाए याद जिसकी -
हृदय का उल्लास हूँ जी .
दूर मीलों हैं ठिकाना -
पर तुम्हारे पास हूँ जी .
पुन्य हूँ ना पाप हूँ जी .
न कोई संताप हूँ जी .
क्षणिक सी उत्तेजना हूँ
दिलका बढ़ता ताप हूँ जी .
वो स्मित की क्षीण रेखा
खिलखिलाती सी हंसी हूँ
दृगों पर जैसे दुआ सा
ना कोई मैं श्राप हूँ जी .
ठीक से पहचान करलो
और हृदयके द्वार खोलो
मुझसा ना कोई दूसरा है -
अपने जैसा आप हूँ जी .
मधुर दिलकी कल्पना हूँ
एक मधुरिम हास हूँ जी .
आम हूँ दुनियाकी खातिर
पर तुम्हारा ख़ास हूँ जी .
हृदय का उल्लास हूँ जी .
दूर मीलों हैं ठिकाना -
पर तुम्हारे पास हूँ जी .
पुन्य हूँ ना पाप हूँ जी .
न कोई संताप हूँ जी .
क्षणिक सी उत्तेजना हूँ
दिलका बढ़ता ताप हूँ जी .
वो स्मित की क्षीण रेखा
खिलखिलाती सी हंसी हूँ
दृगों पर जैसे दुआ सा
ना कोई मैं श्राप हूँ जी .
ठीक से पहचान करलो
और हृदयके द्वार खोलो
मुझसा ना कोई दूसरा है -
अपने जैसा आप हूँ जी .
मधुर दिलकी कल्पना हूँ
एक मधुरिम हास हूँ जी .
आम हूँ दुनियाकी खातिर
पर तुम्हारा ख़ास हूँ जी .
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