मृत्युका वरदान पाकर
फिर मिलेंगे मुस्कुराकर .
प्रेम भी है वासना भी -
भक्त हूँ योगी नहीं हूँ .
चाहे दुर्बल मन मेरा है
स्वस्थ हूँ रोगी नहीं हूँ .
भोगमय संसार है ये -
भुक्ति हूँ भोगी नहीं हूँ .
आस्था विश्वास भी है
दूर सा तू पास भी है .
तरन तारायण नहीं हूँ .
नर हूँ नारायण नहीं हूँ .
फिर मिलेंगे मुस्कुराकर .
प्रेम भी है वासना भी -
भक्त हूँ योगी नहीं हूँ .
चाहे दुर्बल मन मेरा है
स्वस्थ हूँ रोगी नहीं हूँ .
भोगमय संसार है ये -
भुक्ति हूँ भोगी नहीं हूँ .
आस्था विश्वास भी है
दूर सा तू पास भी है .
तरन तारायण नहीं हूँ .
नर हूँ नारायण नहीं हूँ .
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