Wednesday, January 28, 2015
Tuesday, January 27, 2015
हरेक हर हाल बिकता है .
कहीं पे मछलियाँ बिकती
कहीं पर जाल बिकता है .
कहीं पर जाल बिकता है .
कहीं पे मायका बिकता
कहीं ससुराल बिकता है .
कहीं ससुराल बिकता है .
किसी का साल बिकता है
किसी का हाल बिकता है .
किसी का हाल बिकता है .
कहीं पर कोयला बिकता
कहीं पर टाल बिकता है
कहीं पर टाल बिकता है
किसीकी जिन्दगी बिकती -
किसी का काल बिकता है .
किसी का काल बिकता है .
कबाड़ी की दुकानों पर -
पुराना माल बिकता है .
पुराना माल बिकता है .
ये दुनिया है यहाँ प्यारे -
हरेक हर हाल बिकता है .
हरेक हर हाल बिकता है .
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