टूटकर चाहो नहीं तुम
चाहने से क्या मिला है .
मिल गयी मेरा मुक्कदर -
प्रेम ऐसा सिलसिला है .
पिघलना पत्थर कठिन है
कर रहा फिर क्यों गिला है .
गिरि या गिरिराज पूजो
तू वहां किसको मिला है .
देवता नहीं दोस्त है तू
नाही तू भगवान सा है .
भक्त सा लगता नहीं मैं .
तुझसे जो टूटा सिला है .
चाहने से क्या मिला है .
मिल गयी मेरा मुक्कदर -
प्रेम ऐसा सिलसिला है .
पिघलना पत्थर कठिन है
कर रहा फिर क्यों गिला है .
गिरि या गिरिराज पूजो
तू वहां किसको मिला है .
देवता नहीं दोस्त है तू
नाही तू भगवान सा है .
भक्त सा लगता नहीं मैं .
तुझसे जो टूटा सिला है .
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