कोई कुडमाई नहीं -
डेटिंग पे जाती हैं जवानी .
हर नगर और शहर की
अब एक जैसी है कहानी .
जैसा बोया काट लो अब -
खाई गहरी पाटलो अब .
आज तरुणोंकी अनोखी किस्म है
रूह जिन्दा नहीं बस जिस्म है .
ओढ़ चाहे ले विलायती
पर बिछा देसी बिछौना .
रोकना बसमें नहीं अब
हो रहा है जो है होना .
भोगियों की दास्ताने -
मत सुनो योगी जुबानी .
पढ़ लिया है पाठ अब -
तू है कहाँ हिन्दुस्तानी .
डेटिंग पे जाती हैं जवानी .
हर नगर और शहर की
अब एक जैसी है कहानी .
जैसा बोया काट लो अब -
खाई गहरी पाटलो अब .
आज तरुणोंकी अनोखी किस्म है
रूह जिन्दा नहीं बस जिस्म है .
ओढ़ चाहे ले विलायती
पर बिछा देसी बिछौना .
रोकना बसमें नहीं अब
हो रहा है जो है होना .
भोगियों की दास्ताने -
मत सुनो योगी जुबानी .
पढ़ लिया है पाठ अब -
तू है कहाँ हिन्दुस्तानी .