अल्लाह का कर्म है
कोई कमी नहीं है .
पाने को कुछ नही था
खोने को कुछ नहीं है .
कोई कमी नहीं है .
पाने को कुछ नही था
खोने को कुछ नहीं है .
रहते किसीके दिल में
अपना तो घर नही है
हम खो गये हैं यारो -
कोई खबर नही हैं .
अपना तो घर नही है
हम खो गये हैं यारो -
कोई खबर नही हैं .
इस भीड़ में जहाँ की
सब ऐसे खो गये हैं .
वो भी नही मिले अब
हम भी कहीं नहीं हैं .
सब ऐसे खो गये हैं .
वो भी नही मिले अब
हम भी कहीं नहीं हैं .
इस वक्तकी नजर से
यूँ पूरी सदी गुजरी .
कुछ पल ठहर गये हैं
जाते कहीं नहीं हैं .
यूँ पूरी सदी गुजरी .
कुछ पल ठहर गये हैं
जाते कहीं नहीं हैं .
वो फर्श से उठे और
आकाश हो गये हैं .
सब सो गये हैं सपने
उठते ये क्यों नहीं हैं .
आकाश हो गये हैं .
सब सो गये हैं सपने
उठते ये क्यों नहीं हैं .
जाने क्या लिख गया मैं
जाने क्या पढ़ गया तू .
तुम होश में हो प्यारे
हम होश में नहीं हैं .
जाने क्या पढ़ गया तू .
तुम होश में हो प्यारे
हम होश में नहीं हैं .