तुम प्रलयके गीत गाओ
अब नहीं मनुहार होगी .
पांडवों की जीत होगी
कौरवों की हार होगी .
मने कोई रूठ जाए .
साथ हो या छुट जाए .
जिस्म मिट्टीका बना है
लात मारो टूट जाए .
बांस जैसी लचक छोडो
अब मुझे झुकना नहीं है .
रास्ते कितने कठिन हों
पर मुझे रुकना नहीं है .
अब नहीं मनुहार होगी .
पांडवों की जीत होगी
कौरवों की हार होगी .
मने कोई रूठ जाए .
साथ हो या छुट जाए .
जिस्म मिट्टीका बना है
लात मारो टूट जाए .
बांस जैसी लचक छोडो
अब मुझे झुकना नहीं है .
रास्ते कितने कठिन हों
पर मुझे रुकना नहीं है .