बहूत हंसती थी आँखें - रुलाये जा रहा हूँ मैं .
जो यादोंमें थे - उनको भूलाये जारहा हूँ मैं .
बेवफा के लिए सोच - यार मरना क्या
गये जो भूल - उनको याद करना क्या .
यूँ रही उनसे शिकायत - कब नहीं .
थी कभी उनसे शिकायत अब नहीं .
खुबसूरत थी जहाँ तन्हाईयाँ -
आज गहरी हैं वहां पर खाइयाँ .
कोई दूर है - गम जिसका पास है
जाने क्यों आज फिर दिल उदास .
जेठमें ठंडी अगन - सावन आग सा लगे .
ख्वाब सच सा लगे - सच ख्वाब सा लगे .
तुमको हक़ है -
चाहे जैसे संभालो .
मुन्तजिर हूँ - आपका
आकाश सा औढ लो -
धरती सा बिछा लो .
दोस्ती फूलों से - काँटों से करार
बोझ जुल्फों का बहूत होता है यार .
आज दिल फिर - किसी ने ठुकराया .
बेवफा बस तेरा ही नाम याद आया .
मोदी जी अर्जी यही - यही करेगा सूट
बातों से माने नहीं - मार बनाओ भूत .
उल्टा इनको टांग कर - हंटर मारो सूंत .
लहूना निकले बूँदभी निकले इनका मूत .
आज नहीं तो तडके होंगे .
कार्यकर्त्ता भी भड़के होगें .
जाने दो तुम राहुल भैया -
अब मनमोहन खडके होंगे .
ना बात चली न बात कही
वो उनके यारो साथ गयी .
कल निकलेगा फिरसे सूरज
क्या देखें अंधी रात गयी .
छुपके दिल में
रह रहा है वो कहीं .
ना कहीं भी -
ढूँढने जाना पड़ेगा .
गर पुकारो प्रेम से
तो दोस्तों .
वो कहीं भी हो -
उसे आना पड़ेगा .
नियति के पंख हैं और
फासला कितना यहाँ है .
पंछी उड़ता आसमां में
घोंसला जाने कहाँ हैं .
सौ सुख और हजारों दुःख हैं
माने कोई या ना माने .
मरना कौन यहाँ मुश्किल है
जीना सीख अरे दीवाने .
छोड़कर अब आ गया संसार तेरा
सच नहींथा झूठथा वो प्यार तेरा .
चाहिए ना फूल अब माली हुआ हूँ
कल भरा था आजकुछ खाली हुआ हूँ .
जिन्दगी सुंदर बहूत है प्यार कर ले .
जो मिली जैसी भी है स्वीकार कर ले .
बोलते सब लोग - थोडा कम कहें
मौन हों सब यार तो कुछ हम कहें .