पीर ज्यादा हो गयी है
पीर मेरी बाँट लो ना .
सेल में सब बेचता हूँ
जो पसंद हो छांटलो ना .
ये नयी तुमसे मिली है
वो पुरानी और की है .
गलत जो मैं कह रहा हूँ
और थोडा डांट लो ना .
सोचना क्या यार मेरे
ना गलत सारा सही है .
जानती हो तुम यक़ीनन
बात जो मैंने कही है .
फिर भी यारा कह रहा हूँ
धार के संग बह रहा हूँ .
खामियाजा भर दिया है
सब हवाले कर दिया है .
पीर मेरी बाँट लो ना .
सेल में सब बेचता हूँ
जो पसंद हो छांटलो ना .
ये नयी तुमसे मिली है
वो पुरानी और की है .
गलत जो मैं कह रहा हूँ
और थोडा डांट लो ना .
सोचना क्या यार मेरे
ना गलत सारा सही है .
जानती हो तुम यक़ीनन
बात जो मैंने कही है .
फिर भी यारा कह रहा हूँ
धार के संग बह रहा हूँ .
खामियाजा भर दिया है
सब हवाले कर दिया है .
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