फेस हूँ पर बुक नहीं हूँ
जो है सच वो लुक नहीं हूँ .
शेर हूँ पूरा मगर - बस
सही हो वो तुक नहीं हूँ .
बेतुका बेमेल सा हूँ -
जमूरे का खेल सा हूँ .
पेड़ या कुछ बेल सा हूँ
बिक रहा ना सेल सा हूँ .
थोडा सा मैं हूँ घमंडी -
नार नर ना हूँ शिखंडी .
आह भरता हूँ मैं ठंडी
बिकुंगा ले जाओ मंडी .
बारिशों के दौर भी हैं -
शाम भी है भौर भी है .
मैं अकेला ही नहीं हूँ
मैं भी हूँ कुछ और भी हैं .
छोड़कर जाना कठिन है
यार अब सारे यहाँ हैं .
क्या करूंगा पार जाकर
तीर पर ना कश्तियाँ हैं .
जो है सच वो लुक नहीं हूँ .
शेर हूँ पूरा मगर - बस
सही हो वो तुक नहीं हूँ .
बेतुका बेमेल सा हूँ -
जमूरे का खेल सा हूँ .
पेड़ या कुछ बेल सा हूँ
बिक रहा ना सेल सा हूँ .
थोडा सा मैं हूँ घमंडी -
नार नर ना हूँ शिखंडी .
आह भरता हूँ मैं ठंडी
बिकुंगा ले जाओ मंडी .
बारिशों के दौर भी हैं -
शाम भी है भौर भी है .
मैं अकेला ही नहीं हूँ
मैं भी हूँ कुछ और भी हैं .
छोड़कर जाना कठिन है
यार अब सारे यहाँ हैं .
क्या करूंगा पार जाकर
तीर पर ना कश्तियाँ हैं .
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