दिलसे दिलकी बात - कहना है जरुरी
बात दिल की रह गयी - देखो अधूरी .
वक्त और हालात से ऐसे जुड़े सब
कामना दिल की कहाँ - होती हैं पूरी .
कह रहे सब क्या सुनो -
शाम इक ऐसी भी हो जो -
मैं कहूं और तुम सुनो .
लब भले खामोश हैं पर -
आज आँखों में निमंत्रण .
एक चंचल कामिनी सी
एक जिन्दा पीर सी .
घाव भरता ही नहीं है
चुभ रही है तीर सी .
नहीं मन में कोई शंशय
जिधर देखूं तू वहीं है .
तू ही तू तो - सब कहीं हैं
तू ही तू है - हम नहीं हैं .
नयन उनसे जा लडे हैं
लडखडा कर हम चलें हैं .
मयकशों को रंज हैं कुछ
जमीं पर सीधे खड़े हैं .
ना कोई हसरत बची है टिमटिमा कर दिल बुझा है . ना कोई अरमान है बस - जिस्म में कुछ जान है बस .
हम अकिंचन कुछ नहीं गुणगान तेरा ही रहे बस . नाम तेरा ही रहे बस - हम रहें या ना रहें बस .
हर समय तकरार होती हर घडी उनको मनाते . आज तुम जो रूठ जाते हम कसम से छूट जाते .
बहारें आई कसम से हसरतों की भीड़ मेले . आज हम भी हैं अकेले तुम भी आजाओ अकेले .
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दोस्त सच्चा है वही - जो
यार - दुश्मन सा लगे जो .
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