दिलकी यारा यही गुजारिश है
खफा मुझसे कभी नहीं होना .
तेरी खुशबुसे गुलज़ार हुआ
मेरे दिलका सनम हरेक कोना .
ना आये आँखों में कभी सपने
ऐसा सोना भी यार क्या सोना .
बहते दृग तोड़ डालें बंद सभी
बूंदकी तरह यार क्या रोना .
ढूंढा तुमको पर ना मिले कहीं
दिलमें झूठी तसल्ली क्या होना
पा लिया होता तो खो गये होते -
कभी पाया न उसका क्या खोना .
जिन्दगी जिन्दा सवाल होती है
सोच लो जिसका तुमको है होना
विगत तो भूत बला होते हैं -
मरे हुओं को यार क्या रोना .
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