Saturday, March 10, 2018

अब तो बे-तन कर दो राम

दुःख काटे सुख बाँटें मेरे
सहज सलोना वरदो राम
नीला अम्बर मुझे बुलाये
उड़ने वाले "पर" दो राम

अबकी ज्यादा जो चिल्लाएं
चांटा इनको जड़ दो राम
उन्नीस में भी येही जीते
मोदीको ये वरदो राम

झोली भरनी लगे कठिन
तो खोली मेरी भरदो राम
पूरा भाड़ा नहीं भरा तो
आला खाली करदो राम

सुख तो कोरी रही कल्पना
दुनिया से मन भरदो राम
तंग आये तनखा खाके हम
अब तो बे-तन कर दो राम

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