अठारह से साठ होते -
तोलते मनसे तुम्हें हम
फिर पुराने बाट होते .
तोलते मनसे तुम्हें हम
फिर पुराने बाट होते .
डाकमें खोये हुए ख़त
आज आ जाते कहीं जो
हम क़ुतुबकी लाट होते .
आज आ जाते कहीं जो
हम क़ुतुबकी लाट होते .
प्रेम के इस खेलमें भी
बादशा इक्का ना बेगम
हम तुरुप की काट होते
बादशा इक्का ना बेगम
हम तुरुप की काट होते
युग वही आता हमारा
प्रेमके फिर पाठ होते
बहूत बढ़िया ठाठ होते .
प्रेमके फिर पाठ होते
बहूत बढ़िया ठाठ होते .
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