यूँ ही
Friday, June 3, 2016
आज तुमसे कह रहा हूँ .
छोड़ धरती
आशियाँ सब .
पंछियों सा -
आज नभ में
रह रहा हूँ -
प्यार पिंजरे से
नहीं अब -
आज तुमसे -
कह रहा हूँ .
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