अभी अंतरे याद हुए हैं -
गाने के अरमान वही हैं .
उनसे मिलने की चाहत है
दिलका बस पैगाम वही है .
गाने के अरमान वही हैं .
उनसे मिलने की चाहत है
दिलका बस पैगाम वही है .
कितना भी समझा लो चाहे
दिलको लेकिन काम वही है .
मुश्किल से उनको भूले हैं -
मगर जुबां पर नाम वही है .
दिलको लेकिन काम वही है .
मुश्किल से उनको भूले हैं -
मगर जुबां पर नाम वही है .
जले कोयले सा दिन गुज़रा
जलती बुझती शाम गयी है .
मुश्किल से बादल छायें हैं -
सुबह नहीं कोहराम गयी है .
जलती बुझती शाम गयी है .
मुश्किल से बादल छायें हैं -
सुबह नहीं कोहराम गयी है .
No comments:
Post a Comment