Monday, February 23, 2015

प्यार ठंडी आग है गल जाएगा .

जाए तो फिर हम कहाँ जाएँ -
शामको सूरज भी ढल जाएगा .

सूर्य का मत आसरा लेना -
तू दहकती आग में जल जाएगा .

आसमां में रह नहीं सकते -
चाँद तारों को भी खल जाएगा .

प्यार करना ना किसीसे तू -
घरमे प्यारे सब पता चल जाएगा .

पीर हिमनद सी ठिठुरती है -
प्यार ठंडी आग है गल जाएगा .

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