नखरे शाही ठाठ गये .
थूका फिरसे चाट गये -
बर्बादी से सीखा ना -
फिरसे पत्ते बाँट गये .
अच्छे अच्छे लाट गये .
और तराजू बाट गये .
बाकी बचे वही केवल
लड़ने से जो नाट गये .
चलताऊ सा बिल्ला है
खिसियानी सी बिल्ली है .
मिल जाएगी जब देखो
दिल वालों की दिल्ली है .
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