Tuesday, January 27, 2015

हरेक हर हाल बिकता है .

कहीं पे मछलियाँ बिकती
कहीं पर जाल बिकता है .

कहीं पे मायका बिकता
कहीं ससुराल बिकता है .

किसी का साल बिकता है
किसी का हाल बिकता है .

कहीं पर कोयला बिकता
कहीं पर टाल बिकता है

किसीकी जिन्दगी बिकती -
किसी का काल बिकता है .

कबाड़ी की दुकानों पर -
पुराना माल बिकता है .

ये दुनिया है यहाँ प्यारे -
हरेक हर हाल बिकता है .

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