वो भी बुझे बुझे हैं -
ये दिल भी परेशां सा .
ना जाने क्या हुआ है -
क्यों आँख में नमी है .
क्यों गिर रहे हैं आंसू
शबनम से दरखतों पर .
किसने इन्हें सताया -
बेदर्द क्यों जमीं है .
उस ऊँचे आसमां से
पूछो तो सही यारो .
किस बात का वहम है
किस बात की कमी हैं .
यूँ सर पे आसमां है -
पैरों तले जमीं हैं .
दिल भाव से भरा पर -
कहने को कुछ नहीं है .
नीरस ही सही लेकिन
जीना सही है यारो .
अब मौत भूतनी की -
यूँ कौन सी हंसी हैं .
ये दिल भी परेशां सा .
ना जाने क्या हुआ है -
क्यों आँख में नमी है .
क्यों गिर रहे हैं आंसू
शबनम से दरखतों पर .
किसने इन्हें सताया -
बेदर्द क्यों जमीं है .
उस ऊँचे आसमां से
पूछो तो सही यारो .
किस बात का वहम है
किस बात की कमी हैं .
यूँ सर पे आसमां है -
पैरों तले जमीं हैं .
दिल भाव से भरा पर -
कहने को कुछ नहीं है .
नीरस ही सही लेकिन
जीना सही है यारो .
अब मौत भूतनी की -
यूँ कौन सी हंसी हैं .
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