Wednesday, October 1, 2014

प्रेम पचीसी

प्रेम पचीसी लिख रहे
बाबू जगत अनाथ .
ना दमड़ी का फर्क है
चाहे करलो जांच .

अठासी का नेट है
छत्तीस की हैं सेंट .
वैट लगा ले बावले
पूरा सेंट परसेंट .

बिल देना है मालका
इसपर भी दे ध्यान
काफी ठंडी ना चले
बीयर का सविधान .

पिक्चर बाकी है अभी
वो भी करले नोट .
मल्टीप्लेक्स ही ठीक है
उसमे अच्छी औट .

इतना जो तू कर सके
मिले प्रेम का वोट
वर्ना नियत में तेरी
शत प्रतिशत है खोट .

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