करे तो क्या करें हम -
बेचारे तक नहीं हैं .
प्यार की बात छोडो
इशारे तक नहीं हैं .
बात मझधार की
करता नहीं मैं .
किनारे भी किनारे
तक नहीं हैं .
कौन लहरों से मिलने
जाए अब बिलकुल अकेले .
अजी तूफ़ान छोडो -
तेज़ धारे तक नहीं हैं .
मिलन की आस भी है
वो बिलकुल पास भी है
खुले हैं बाल देखो
संवारे तक नहीं हैं .
बेचारे तक नहीं हैं .
प्यार की बात छोडो
इशारे तक नहीं हैं .
बात मझधार की
करता नहीं मैं .
किनारे भी किनारे
तक नहीं हैं .
कौन लहरों से मिलने
जाए अब बिलकुल अकेले .
अजी तूफ़ान छोडो -
तेज़ धारे तक नहीं हैं .
मिलन की आस भी है
वो बिलकुल पास भी है
खुले हैं बाल देखो
संवारे तक नहीं हैं .
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