रूठ जाते हैं जरा सी बात पर
रूठने का इक बहाना चाहिए .
जो बुलाने पर कभी आये नहीं
क्या हमें उनको बुलाना चाहिए .
ठहरने को कौन बोलेगा हजुर
आपको रुकना नहीं तो जाइए
जूतियों में दाल बटती है यहाँ
शौकसे खाने का मन तो खाइए .
इश्कका चूरण बटेगा बाद में
मुफ्त में जुलाब लेते जाइए .
हाथ से जूता चलाना बाद में
मुंहसे पहले दाद देते जाइए .
रूठने का इक बहाना चाहिए .
जो बुलाने पर कभी आये नहीं
क्या हमें उनको बुलाना चाहिए .
ठहरने को कौन बोलेगा हजुर
आपको रुकना नहीं तो जाइए
जूतियों में दाल बटती है यहाँ
शौकसे खाने का मन तो खाइए .
इश्कका चूरण बटेगा बाद में
मुफ्त में जुलाब लेते जाइए .
हाथ से जूता चलाना बाद में
मुंहसे पहले दाद देते जाइए .
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