ना हुस्न कहीं - वो इश्क नहीं
जो जाना पहचाना सा हो .
कोई बहूत पुरानी नहीं बात -
जो राधा और - कान्हां सा हो .
बदला ना वक्त वही तो है -
धरती नभ सूरज चाँद वही
यौवन भी सब पर आता है .
है प्रेम वही संविधान वही .
लवमान बदलते रहते हैं
अरमान बदलते रहते हैं
नित भक्त बदलते रहते हैं
भगवान् बदलते रहते हैं .
कोई दिलकी बात नहीं यारो -
सुविधा भी देखीं जाती हैं .
सूरज ना निकले तो अलावमें
आँखें सेकी जाती हैं .
वैसे कुछ ऐसी बात नहीं .
वो होता था ये होता है .
बस नाव एक ही होती है -
सवार बदलते रहते हैं .
जो जाना पहचाना सा हो .
कोई बहूत पुरानी नहीं बात -
जो राधा और - कान्हां सा हो .
बदला ना वक्त वही तो है -
धरती नभ सूरज चाँद वही
यौवन भी सब पर आता है .
है प्रेम वही संविधान वही .
लवमान बदलते रहते हैं
अरमान बदलते रहते हैं
नित भक्त बदलते रहते हैं
भगवान् बदलते रहते हैं .
कोई दिलकी बात नहीं यारो -
सुविधा भी देखीं जाती हैं .
सूरज ना निकले तो अलावमें
आँखें सेकी जाती हैं .
वैसे कुछ ऐसी बात नहीं .
वो होता था ये होता है .
बस नाव एक ही होती है -
सवार बदलते रहते हैं .
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