काका काकी पर कहो -
मित्र खा गए जान .
अम्मा का युग चल रहा
कैसे छेड़ें तान .
ना भैया भाभी कहीं
ना कोई बकरी स्वान
दीदी जीजाजी भले -
बबुआ तू पहचान .
ना मोदी सा है कोई
ना सोनी सी शान
बाबू कजरीवाल की
गयी फ्री में जान .
लल्लू जैसा बावला
नहीं मिलेगा नेक .
बाल ब्रह्मचारी रहूँ
ये है उनकी टेक .
काकी बोली तमक कर
तुम हो पूरे मूढ़ .
सीधा सीधा ना लिखो
लिखो थोडा गूढ़ .
मित्र खा गए जान .
अम्मा का युग चल रहा
कैसे छेड़ें तान .
ना भैया भाभी कहीं
ना कोई बकरी स्वान
दीदी जीजाजी भले -
बबुआ तू पहचान .
ना मोदी सा है कोई
ना सोनी सी शान
बाबू कजरीवाल की
गयी फ्री में जान .
लल्लू जैसा बावला
नहीं मिलेगा नेक .
बाल ब्रह्मचारी रहूँ
ये है उनकी टेक .
काकी बोली तमक कर
तुम हो पूरे मूढ़ .
सीधा सीधा ना लिखो
लिखो थोडा गूढ़ .
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